Tips to become a class monitor | क्लास में मॉनिटर कैसे बने
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क्लास मानीटर बनने के टिप्स/ What are the duties of a class monitor? Monitor banane ke tips, Qualities of Monitor in hindi. क्या आप जानते हैं कि एक अच्छा मॉनिटर बनने के गुण क्या—क्या होते हैं?
क्या आप भी अपने बचपन में क्लास के मॉनिटर थे! जब आप भी स्कूल में पढ़ते थे तो आपकी चाहत थी कि आप भी मानिटर बनें। मानिटर बनने का मतलब जिम्मेदार बनना, अनुशासन (Discipline) में रहने वाला और पढ़ाई के साथ खेलकूद में भी बेहतर (Brilliant) होता है। अब तो, टीचर पूरे सत्र में बारी बारी से छात्रों को मॉनिटर की जिम्मेदारी क्लास में देते हैं। आइए इस लेख में पढ़े कि एक अच्छे मॉनिटर में क्या गुण होने चाहिए। हम यहां पर आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं— हर माता-पिता सोचता है कि उसका बच्चा भी क्लास में अंतर होता कि उसके अंदर की जिम्मेदारी आए। एक क्लास में 30-40 बच्चे होते हैं ऐसे में सभी को मॉनिटर बनाना मुश्किल होता है लेकिन जोड़ने से ज्यादा सिंसियर होते हैं, उन्हें ही अक्सर क्लास मॉनिटर बनाया जाता है। कुछ बच्चे क्लास में बहुत ही लापरवाह होते हैं, उन बच्चों को जिम्मेदार बनाने के लिए भी टीचर ने मॉनिटर (monitor) बनाते हैं-
याद करिए वह दिन जब मॉनिटर आप पर रौब जमाता था और आप अपने टीचर से शिकायत करते थे। मानिटर को बदल दीजिए, मुझे मॉनिटर बना दीजिए।
मॉनिटर बनने की होड़ कक्षा में हमेशा लगी रहती है। पर क्लास में मॉनिटर वही बनता है, जो पढ़ने के साथ-साथ क्लास में अपनी बातों को सही ढंग से कह सकता हो। क्लास के सभी बच्चे उसे पसंद करते हों। आपका बच्चा भी अगर क्लास में मॉनिटर (Monitor) बनना चाहता है तो उसके पास यह गुण होने चाहिए-
Monitor होता है पढ़ाई में ध्यान देने वाला
Class leader Concentrate in subject
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क्लास मानीटर (class monitor) पढ़ने में भी अच्छा होता है। वह ध्यान से पढ़ाई करता है। एक्टिविटी में भी पार्टिसिपेट करता है। उसकी पर्सनालिटी अट्रैक्टिव होती है। वह सभी बच्चों से अच्छे से बात करता है।
मानिटर श्रेष्ठ गुणों वाला होता है (Good Personal Qualities)
हर किसी का आकर्षण व्यक्तित्व (Personal Qualities) से दूसरों से अलग बनाता है। किसी का जिम्मेदार और भरोसेमंद होना एक ऐसा गुण है जो मुझसे सफलता के रास्ते पर ले जाता है। यही बात क्लास मॉनिटर पर भी लागू होती है। स्कूल में केवल पढ़ाई नहीं बल्कि वह सारी एक्टिविटीज (school activities) होती है जिनके द्वारा हम एक सफल नागरिक बनते हैं। एनुअल फंक्शन में होने वाले कार्यक्रम या असेंबली में बोलने जाने वाली स्पीच या हिंदी व अंग्रेजी भाषा के डिबेट के लिए कंटेंट और काव्य पाठ जैसी एक्टिविटी में भी उस बच्चे को भाग लेना चाहिए ताकि वह सबका आदर्श भी बन सके। जो मानीटर होता है, वह सारी एक्टिविटी में भाग भी लेता है और उसमें बेहतर भी करता है। यह रिसर्च से भी मालूम हुआ है कि जो बच्चा अपने विद्यालय के पढ़ाई के के साथ सभी एक्टिविटी में भी शामिल होता है, वह पढ़ने लिखने में भी बेहतर होता है। उसकी सोच भी अच्छी होती है।
पढ़ाई के साथ एक्टिविटी और प्रोजेक्ट कार्य क्यों जरूरी है
सोशल साइंस सब्जेक्ट में पहाड़ों, निदियों, देश, मिट्टी, समुद्र, अक्षांश रेखाएं, देशांतर रेखाए आदि को पढ़ने सबसे अच्छा तरीका प्रोजेक्ट, मॉडल, एक्टिविटी है। इसी तरह हिन्दी भाषा के लिए हिन्दी पढ़ना, बलना, भाषण तैयार करना, अपनी बातों को लिखित रूप से लिखना इत्यादि की एक्टिविटी, प्रोजेक्ट, अडियो रिकार्डिंग, कार्यक्रम संचालन आदि की एक्टिविटी करने पर ही छात्र असली पढ़ाई सीखता है। जो हर विषयों के एक्टिविटी से भागता है, वह सफल ग्रेजुएट नहीं बन सकता है। आगे चलकर उसे अपने काम के दौरान बहुत दिक्कत आएगी। एक अच्छा विद्यार्थी हर विषयों के प्रोजेक्ट एवं एसाइनमेंट पर ध्यान देता है और मॉनिटर बनने का गुण उसमें होता है। न्यू ज्ञान आज का यही है। आज नई शिक्षा नीति के तहत लिखित परीक्षा के साथ आंतरिक मूल्यांकन यानि इन्टरलन एसेसमेंट्स को आवश्यक कर दिया है।
क्लास का मॉनिटर (class monitor) टीचर के बाद एक अहम भूमिका निभाता है। वह एक तरह से क्लास में सभी बच्चों का प्रतिनिधित्व करता है। उन्हें पढ़ाई के लिए भी प्रोत्साहित करता है। सभी बच्चों का आदर्श भी होता है।
असेंबली (school Assembly) के लिए सभी जिम्मेदारियों को निभाता है।
वैसे तो कक्षा में सभी बच्चों का महत्व होता है लेकिन क्लास का मॉनिटर सबसे अहम भूमिका निभाता है। वह अपने क्लास का प्रतिनिधित्व भी करता है। वे सभी एक्टिविटी में प्रमुखता से भाग लेता है और साथ में दूसरे बच्चों को भी प्रोत्साहित करता है।
सभी बच्चे क्यों बनना चाहते हैं मॉनिटर
कुछ बच्चे सोचते कि मॉनिटर बन जाएंगे तो पढ़ाई के बंधन से मुक्त हो जाएंगे, उन्हें आजादी मिलेगी और जिसे चाहेंगे उसे वह बात करने की सजा देकर उसका नाम ब्लैक बोर्ड पर लिख दिया करेंगे, उसे खड़ा कर देंगे। एक तरह से उनके हाथ में सुप्रीम पावर आ जाएगी।
लेकिन यह समझना बहुत जरूरी है कि मॉनिटर बनना पावर नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी (responsibility) है। इस जिम्मेदारी को अच्छी तरीके से निभाने वाला अपने भविष्य में अपने जीवन की हर समस्याओं को सुलझा सकता है। इसके साथ ही उसके अंदर एक मजबूत नेतृत्व करने की शक्ति का भी विकास होता है। वह अपने भविष्य में एक जिम्मेदार प्रशासन भी बन सकता है।
लेकिन यह समझना बहुत जरूरी है कि मॉनिटर बनना पावर नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी (responsibility) है। इस जिम्मेदारी को अच्छी तरीके से निभाने वाला अपने भविष्य में अपने जीवन की हर समस्याओं को सुलझा सकता है। इसके साथ ही उसके अंदर एक मजबूत नेतृत्व करने की शक्ति का भी विकास होता है। वह अपने भविष्य में एक जिम्मेदार प्रशासन भी बन सकता है।
क्लास में किसी तरह का शोर ना हो, उसके लिए वे माइंड करते हैं। एक पीरियड से दूसरे पीरियड के बीच में जब तक टीचर कक्षा में नहीं बैठते हैं तो क्लास में व्यवस्था को मेंटेन करते हैं। इस समय में वे सभी बच्चों की गतिविधियों (Activities) पर नजर रखते हैं, अगर कोई गड़बड़ करता है तो उसका नाम लिखकर वह आने वाले टीचर को बताते हैं। इस तरह अनुशासन बना रहता है।
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खेल, कंप्यूटर प्रैक्टिकल क्लास के लिए या किसी एक्टिविटी के लिए क्लास से छात्र दूसरी जगह जाते हैं तो क्लास मॉनिटर उन्हें एक लाइन में ले जाता है। प्रार्थना-सभा (Assembly) के लिए बच्चों की लाइन को माइंड भी करता है। टीचर का सहयोग भी करता है।
क्लास का Monitor banne ke gun
एक अच्छे मॉनिटर के निम्नलिखित गुण होते हैं। सभी विषयों में पढ़ने में रुचि रखता है और उसके परीक्षा में अच्छे अंक आते हैं।
- एक अच्छा मॉनिटर डिसिप्लिन में रहता है और दूसरे को भी अनुशासन में रखने में मदद करता है।
- स्कूल के हर इवेंट से जैसे ड्रामा कंपटीशन लेखन आदि में भाग लेता है।
- पढ़ाई के साथ-साथ एक अच्छा मॉनिटर खेलकूद में भी रुचि रखता है।
- हर विषयों का होमवर्क वह समय पर करता है।
- एक अच्छे मॉनिटर की हैंडराइटिंग भी अच्छी होती है।
- स्कूल रोज जाता है और समय पर स्कूल पहुंचना है।
- अपने माता-पिता और टीचर की आज्ञा का पालन करता है।
- कभी किसी से झगड़ा नहीं करता और किसी की बुराई भी नहीं करता है।
- वह अपनी क्लास में सबका चहेता होता है और सब उसकी तारीफ करते हैं।
- अपने पाठ्यक्रम को सही समय पर तैयार कर लेता है।
- पढ़ाई के प्रति उत्सुक रहता है और कक्षा के दौरान जब शिक्षक पढ़ाते हैं तो ध्यान से सुनता है और बातें नहीं करता है।
- कक्षा के दौरान वह सजग होता है और पढ़ाई को बड़े ही कंसंट्रेशन से ध्यान से पढ़ता है।
- एक अच्छा मॉनिटर कभी भी झूठ नहीं बोलता है।
- उससे सभी दोस्ती करने की इच्छुक होते हैं।
आशा है कि इस लेख के माध्यम से आपको जानकारी मिली होगी। मॉनिटर Monitor बनने के गुण क्या है? एक अच्छा मॉनिटर कौन होता है? इन सब की जानकारी देने का प्रयास किया गया है। साथ में आपको कक्षा में प्रोजेक्ट (Class Project) वर्क और एक्टिविटी क्यों जरूरी है? के बारे में जानाकरी दी गई है।
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जवाब देंहटाएं𝓣𝓱𝓪𝓷𝓴𝓼
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जवाब देंहटाएंसभी लोगों का धन्यवाद।
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