बच्चों को कक्षा का बेहतर बनाने की चार टिप्स/ 4 tips to improve children
आज का एजुकेशन सिस्टम बच्चों की रुचि को बढ़ाकर पढ़ाने पर जोर देता है। अकसर कक्षा में बच्चा इन कारणों से पिछड़ जाता है। ये बात बिलकुल सही है कि स्कूली शिक्षा बच्चों में अनुशासन और नैतिकता का विकास करती है। इसलिए अगर आपका बच्चा कक्षा में ये गलतियां करता है तो उसकी पढ़ाई में रुकावाट पहुंच रही है, आइए टिप्स के जरिए समस्या के समाधान के बारे जानें—
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अगर आपका बच्चा classroom में बातूनी है
If your child is talking in classroom
शिक्षक भी मानते हैं कि अगर आपका बच्च पढ़ते समय ध्यान से नहीं सुनेगा और पास बैठे बच्चों से बात करता है तो वही कक्षा में पढ़ाए जाने वाले विषय को नहीं समझ पाएगा। हो सकता है कि उसे ऐसा करने से कई बार मना किया जाए, लेकिन अगर बच्चा नहीं मानता है तो उसे सजा मिलती है, इससे उसकी पढ़ाई में नुकासा होता है।
कक्षा में बात करने वाले बच्चों के बारे में अगर उसके शिक्षक बताएं तो पैरेंट्स होने के नाते आप अपने बच्चे को समझाएं, घर पर उससे उसकी मन की बात जानें, उसके बात को महत्व दें, इस तरह से उसके मन में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ेगी।
अगर आपका बच्चा कक्षा में अकसर बहाना बनाता है
If your child often makes excuses in class
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अकसर बच्चे अपनी गलती को छिपाने के लिए बहाने बनाते हैं। कक्षा में क्लास टीचर के सामने वे किताब या कॉपी भूल जाने पर कोई बहाना बनाते हैं। इस तरह के बच्चे अपने जीवन में लापरवाह होते हैं, जिनसे उनकी पढ़ाई पिछड़ती चली जाती है। शिकायत मिलने पर पैरेंट्स को सतर्क हो जाना चाहिए। अपने बच्चों की किताबों और कॉपियों को टाइमटेबल के अनुसार बैग में रखवाना चाहिए। उसने कक्षा के दौरान अपना काम कॉपी में पूरा किया है कि नहीं, ये देखना बहुत जरूरी है। इस तरह आप रोजाना आप उसकी किताबों और कॉपियो को चेक करते हैं तो बच्चे खुद ही लापरवाही छोड़ देते हैं, क्योंकि बार—बार डांट सुनने और माता—पिता के पूछने पर वे जिम्मदारी से पढ़ाई करना सीख जाते हैं।

स्कूल में absent रहने वाले बच्चे
School absentee
आप अपने बच्चों को रोज स्कूल भेजें। स्कूल में अगर वे अनुपस्थित होता है तो उसकी पढ़ाई का बहुत नुकसान होता है और वह लापरवाह हो जाता है।
झगड़ा करने वाला बच्चा
Quarreling child in classroom
अगर आपके बच्चे की ये शिकायत मिले कि वे दूसरे बच्चों के साथा झगड़ा करता है। बात यहां तक भी सुनने को मिले की उसने किसी बच्चो को चाटा मारा या उस से मार पीट की है तो सावधान हो जाइए, उसका ये हिंसक व्यवहार उसे घमंडी और लापरवाह बनाता है। आप तुरं बच्चे को समझाएं। उसे बताए की लड़ाई करने पर उसे कोई पासंद नहीं करेगा। उसकी इच्छाओं को पूरा करना बंद कर दें, जब तक उसके व्यवहार में सुधार न आ जाए।