कछार word Meaning kachasr Hindi word: संज्ञा, पुल्लिंग शब्द कछार है। कछार उसे कहते हैं जो नदी किनारे और समुद्र किनारे का क्षेत्र होता है। गंगा का कछार और बहुत ही मशहूर है। कछार शब्द का अर्थ हिंदी में नदी के क्षेत्र का वह भाग जहां नदी बहती है। कई किलोमीटर के दायरे में होता है। इस क्षेत्र में बालू और मिट्टी नजर आता है, इसे कछार कहते हैं।
गंगा तट के किनारे या किसी नदी के किनारे पड़ी हुई जमीन जहां नदी अपने पानी के साथ लाई मिट्टी हर साल छोड़ती है, ऐसे में यह स्थान थोड़ा ऊंचा हो जाता है। इसे कछार कहते हैं।
कछार की विशेषता
नदी के किनारे का बड़ा क्षेत्र जहां की मिट्टी बहुत उपजाऊ होती है।
यहां पर जायद की फसल जैसे एक ककड़ी तरोई लौकी तरबूज खरबूजा आदि फरवरी महीने में उगाया जाता है। अप्रैल मई महीने से ये फल बाजार में आने लगते हैं।
कछार की उपजाऊ मिट्टी में करेले की खेती भी होती है।
उत्तर भारत का गंगा का कछार बहुत मशहूर है।
यह कछार क्षेत्र कानपुर, कौशांबी, प्रयागराज में बहुत विस्तार और लंबा चौड़ा है। इसके बाद वाराणसी का भी कछार गंगा नदी के बहाव के साथ देखने को मिलता है। पटना का कछार भी बहुत मशहूर है।
English meaning kachhar
कछार word Meaning को नदी या समुद्र के किनारे की नाम और उपजाऊ जमीन के नाम से भी जाना जाता है। गंगा नदी या किसी नदी का कछार नदी से कई किलोमीटर तक फैला होता है।
अंग्रेजी में कछार शब्द को ऐल्युवियल लैंड है।
कछार का निर्माण कैसे होता है
आपको बता दें कि कछार संज्ञा पुल्लिंग शब्द है।
कछार का निर्माण नदियों की मिट्टी से पटकर निकली जमीन होती है। यहां पर कई तरह की फसलें भरपूर उगाई जाती है। नदी से सटा हुआ कछार का भाग नदी द्वारा लाए गए उपजाऊ मिट्टी के कारण बहुत ही उर्वरक यानी उपजाऊ होता है। नदी के किनारे जायद की फसल खरबूजा, तरबूज, ककड़ी, करेला आदि की खेती बड़ी शानदार होती है।
नदी से दूर ऊपरी क्षेत्र की मिट्टी बहुत उपजाऊ होती है। गंगा नदी या किसी और नदी के कारण उस क्षेत्र में उपजाऊ मिट्टी साल दर साल इकट्ठा होता जाता है, ऐसा क्षेत्र पूजा बन जाता है और यहां पर गेहूं मटर सरसों और सब्जियों की खेती बहुत शानदार होती है।
कछार शब्द से बनने वाले शब्द
कछार में बड़ी ई प्रत्यय लगी तो बन गया कछारी। कछारी विशेषण शब्द है।
कछारी मटर, कछारी सब्जियां, कछार का इलाका, कछार में बालू, कछार में जंगल, कछारी जंगल, कछार के उस पार, कछार के इस बार।
कछारी सब्जियां बहुत ही स्वादिष्ट होती है। गंगा नदी या किसी नदी के तट पर उगने वाली सब्जियां बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। गंगा नदी के किनारे उगने वाले कछार में खरबूजा, तरबूज (watermelon), ककड़ी, खीरा बहुत पौष्टिक और गर्मियों में राहत देने वाले फल है।