बोर्ड एक्जाम स्पेशल
पूनम रल्हन (स्टूडेंट काउंसलर)
एग्जाम से पहले करें सही तैयारी
आपके फाइनल एग्जाम के अब बहुत कम दिन बचे हैं। परीक्षा देते समय बहुत-सी गलतियां हो जाती हैं, जिससे हो सकता है कि आपके मार्क्स कम आए, इसीलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि एग्जामिनेशन हॉल में क्यूश्चन पेपर को कैसे हल करें, एग्जाम से पहले क्या-क्या तैयारियां जरूरी है। इन तरीकों को अपनाकर आप एग्जाम में हाई मार्क्स ला सकते हैं।
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शुभांगी मिश्रा ने ट्वेल्थ के बोर्ड एग्जाम में 91 प्रतिशत मार्क्स लेकर स्कूल में टॉप रैंक प्राप्त किया, तो सभी को आश्चर्य हुआ। शुभांगी सामान्य तौर पर एक ऐवरेज स्टूडेंट के रूप में क्लास में जानी जाती थी। उससे बात करने पर पता चला कि बोर्ड एग्जाम में ऐपियर होने से पहले उसने स्कूल काउंसलर के दिए टिप्स का पूरी तरह से पालन किया था। आइए जानें बोर्ड एग्जाम में अधिक अंक स्कोर करने के लिए एग्जाम के दौरान छात्रों को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
ध्यान से देखें एग्जाम टाइम टेबल
छात्रों को एग्जाम टाइम टेबल ध्यानपूर्वक देखना चाहिए। ये न सिर्फ एग्जाम ओरियंटेड स्टडी के लिए जरूरी है बल्कि विषय की जरूरत के अनुसार आवश्यक सामान बैग में रखने के लिए भी जरूरी है। मैथ और साइंस के एग्जाम में पेन और स्केल के अलावा ज्यॉमिट्री बॉक्स ओर रबर पेंसिल रखना न भूलें। सही टाइम टेबल की जानकारी होने पर छात्र के लिए निश्चित दिन और तारीख को विषय विश्ोष की तैयारी के लिए जरूरी भी है। एग्जाम सेंटर कहां है इसकी जानकारी पहले से प्राप्त कर लें ताकि निर्धारित समय से पूर्व छात्र वहां पहुंच सके। एग्जाम के एक दिन पूर्व छात्र को अपना बैग व्यवस्थित कर लेना चाहिए। जिसमें एक्जाम में उपयोगी सामग्री जैसे प्रवेश पत्र, पेन आदि पहले से रख लेंं। गलती से भी कोई अतिरिक्त कागज साथ मंे न ले जाएं।
समय से भोजन कर लें
एक्जाम से 45 मिनट पहले ही छात्र को भोजन कर लेना चाहिए। भोजन ऐसा हो, जिससे उसे 3-4 घंटों तक भूख न लगे।
पुस्तकें व नोट्स लेकर न जाए
एग्जाम सेंटर में जाने से एक घंटे पूर्व छात्र को रिवीजन समा’ कर लेना चाहिए। बेहतर होगा पुस्तकें या नोट्स लेकर स्कूल न जाएं। रिसर्च से पता चलता है कि ऐसा करने से औसत से उच्च अंक प्रा’ करने वाले छात्रों को न केवल कॉन्फिडेंस बढ़ता है बल्कि एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन की संभावना में भी वृद्धि होती है।
एग्जाम से पूर्व डिस्कशन से बचें
निर्धारित समय से 2० मिनट पूर्व एग्जाम सेंटर हर स्थिति में पहुंच जाएं। ध्यान रख्ों कि एग्जाम से पूर्व साथियों के साथ अधिक डिस्कशन करना छात्रों को कन्फ्यूज तो करता ही है, साथ ही कई बार अपने में कमी महसूस होने से उनका कॉन्फिडेंस लेवल भी कम हो जाता है। ऐसी स्थिति में कभी-कभी क्यूश्चन पेपर ठीक से कर पाना, उनके लिए संभव नहीं होता। इसलिए एग्जाम पूर्व डिस्कशन से बचें। अपने दिमाग को शांत रख्ों और धैर्यता का परिचय दें।
निर्देशों का पालन करें
एग्जाम हॉल में परीक्षक के निर्देशों को ध्यानपूर्वक सुने और उनका पालन करें। जब तक बहुत आवश्यक न हो अन्य छात्रों की तरफ न तो देख्ो और न ही उनसे बातें करने का प्रयास करें। एग्जाम के दौरान टाइम मैनेजमेंट के लिए छात्र के पास घड़ी होनी जरूरी है। आरंभ से ही छात्र समय का ध्यान रख्ों। निर्धारित समय सीमा के में क्यूश्चन पेपर पूरा करें।
क्यूश्यन पेपर को ध्यान से पढ़ें
छात्र को चाहिए कि वह क्यूश्चन पेपर पढèने के लिए मिले निर्धारित समय में ध्यानपूर्वक सभी प्रश्नों को पढ़ें। उत्तर लिखने से पहले प्रत्येक प्रश्न के सभी भागों को ध्यानपूर्वक पढ़ें, फिर उसके सभी भागों का बारी-बारी से उत्तर लिख्ों। ध्यान रहें कि उत्तर लिखने से पहले, सही प्रश्न संख्या लिखनी चाहिए। लिखावट स्पष्ट और पठनीय होनी चाहिए। छात्रों को चाहिए कि निर्धारित शब्द सीमा में उत्तर लिखने का प्रयास करें। ये प्रयास करे कि स्पेलिंग और ग्रामर संबंधी त्रुटियां न हों। उत्तर पुस्तिका में उत्तरों के अतिरिक्त कोई व्यर्थ वाक्य कभी न लिख्ों। कट और ओवर राईटिंग करने से भी बचें। उत्तर के मुख्य बिंदुओं को रेखांकित करें। जहां डायग्राम बनाना जरूरी है, साफ-साफ बनाएं और नमांकरण भी लिख्ों। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लिखने के बाद कम से कम दो लाइनें छोड़ कर अगले प्रश्न का उत्तर लिख्ों।
समय सीमा का रखें ध्यान
आरंभ से ही अपनी गति का ध्यान रख्ों ताकि निर्धारित समय अवधि में आपका कोई प्रश्न हल करने से न छूट जाए। यदि हल करते समय आप को क्यूश्चन पेपर बहुत लेंदी लगे तो सावधानी बरतते हुए, पहले अधिक अंकों वाले बड़े प्रश्नों के उत्तर लिख्ों। बाद के बचे कम समय में छोटे प्रश्न के उत्तर तो लिख ही सकते हैं लेकिन छूटे हुए बड़े प्रश्नों के उत्तर लिखना संभव नहीं होता। यदि आप क्रमानुसार प्रश्नों के उत्तर दे रहे हैं और बीच में कोई विश्ोष प्रश्न का उत्तर सूझ नहीं रहा हो तो उसे याद करने का अत्यधिक प्रयास करने में समय नष्ट न करें। ऐसी स्थिति में उसके लिए स्थान छोड़कर अगला प्रश्न हल करें। अंत में बचे हुए समय में आप उस प्रश्न का उत्तर लिखने का प्रयास करें।
एग्जाम देते समय तनाव से बचें
एग्जाम के दौरान कभी-कभी कुछ छात्रों के सामने क्यूश्चन पेपर देखते ही या हल करते समय ये समस्या आ सकती है कि कुछ प्रश्न कोर्स से संबंधित नहीं है या उन्होंने नहीं पढ़ा है। ऐसी स्थिति में कुछ छात्र कन्फ्यूजन, घबराहट, ओवरलर्निंग, अंडरलर्निंग के कारण प्रश्नों का उत्तर लिखने में स्वयं को असमर्थ महसूस करते हैं। उन्हें बार-बार ख्याल आता है कि प्रश्न का कुछ उत्तर भूल गए हैं और उत्तर लिखने में सक्षम नहीं हैं। इस तरह की स्थिति में छात्र घबरा जाते हैं। ऐसी स्थिति में ये सलाह दी जाती है कि अपने ऊपर घबराहट हावी न होने दें और स्वयं को शांत रख्ों। अधिक तनाव की स्थिति में थोड़ा पानी पीएं। 8-1० बार गहरी सांसे लें और छोड़ें। दिमाग को शांत रखने के लिए 3-4 मिनट तक आंख्ों बंद कर सकते हैं। स्थिति को नियंत्रण में करने के बाद, क्यूश्चन पेपर के सबसे सरल प्रश्नों के उत्तर पहले लिख्ों। बाद में कठिन लगने वाले हर प्रश्न को, जितना उत्तर याद आए लिखों। जहां तक संभव हो सभी प्रश्नों के उत्तर अवश्य लिख्ों।
उत्तर पुस्तिका का रिवीजन जरूर करें
अगर आपने एक से अधिक उत्तर पुस्तिका / ग्राफ का प्रयोग किया है तो रोल नंबर लिखना न भूलें और उसे धागे से अच्छी तरह से बांध लें। रिवजीन करते समय यह निश्चित कर लें कि प्रश्न संख्या सही से लिखा है कि नहीं। यदि कोई प्रश्न किसी कारण से छूट गया है तो उसे पूरा कर लें। प्रत्येक उत्तर के महत्वपूर्ण बिंदुओं को रेंखांकित करें, व्याकरण के चिह्नों को चेक कर लें। टाइम मैनेजमेंट, सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ छोटी-छोटी सावधानी को ध्यान में रखकर आप परीक्षा में अच्छे मार्क्स ला सकते हैं।