दूसरे विश्व युद्ध में अमेरिका ने जापान पर परमाणु बम गिरया था। यह बम इतना शक्तिशाली था कि हीरोशिमा और नागाशाकी शहर पूरी तरह से बर्बाद हो गया। ऐसा मंजर था जिसे देखने के बाद इसके भयावह को कोई बयान नहीं कर सकता है। मानव जाति पर पहली बार इस तरह का हथियार प्रयोग किया जो मानव का अस्तित्व ही मिटाने की क्षमाता रखता है। जापान की तबाही और उधर इससे पहले इटली और इसके बाद जर्मनी की हार के बाद मित्र देशों की जीत हुई। जर्मनी, जापान व इटली बुरी तरह से बर्बाद हो चुके थे। 1939 से 1945 तक चलने वाला दूसरा विश्व युद्ध ने मानव जाति को सोचने पर मजबूर किया कि समूल धरती का विनाश परमाणु बम है। लेकिन दुख तो तब होता है जब इस युद्ध के बाद पूरी दुनिया देशों में परमाणु हथियार संपन्नता होने की होड़ लग गई। अमेरिका ने परमाणु बम की ताकत पहले पा लिया था वही संयुक्त राष्ट्र शांति प्रयासों के बाद भी सोवियंत संघ भी कुछ वर्षों के बाद वह परमाणु से साधन संपन्न देशा बन गया है फिर तो ये होड़ लगी गई। भारत की उदारवादी व गुटनिपेक्ष की नीति ने दुनिया को नई दिशा दी। वहीं चाइना, ब्रिटेन आदि देशों ने बहुत पहले परमाणु शक्ति सम्पन्न देश बन गया।