जैसे-जैसे तकनीक बढ़ रही है, वैसे-वैसे स्कूलों के पाठ्यक्रम (AI Lerning in School) में भी बदलाव हो रहा है। अब सभी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के बारे में सुना होगा। GPT CHAT का इस्तेमाल अब आम लोग जानकारी इकट्ठा करने के लिए करना शुरू कर दिया है। हर क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग (use) किया जा रहा है। ऐसे में इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के साथ अब स्कूली स्टूडेंट (AI Study in Schoo)l को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पढ़ाया जाएगा।
AI Study in School
कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक के स्टूडेंट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पढ़ाने का पाठ्यक्रम को तैयार कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की राय के अनुसार आने वाले समय में AI course के जानकारों की डिमांड हर क्षेत्र में होने वाली है। एक रिपोर्ट की माने तो सन 2023 में लाखों जॉब क्रिएट हो रहे हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस learning
ऐसे में पूरी दुनिया की स्कूली सिलेबस (AI Study in School) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग कंप्यूटर साइंस के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाना शुरू हो चुका है। भारत के वर्किंग प्रोफेशनल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तरह-तरह के ऑनलाइन कोर्स सीख कर अपनी स्किल को बढ़ाकर जब में नई आमदनी हासिल कर रहे हैं।
इधर शिक्षा विभाग में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित सिलेबस को तैयार कर लिया गया है जो 2024 सेशन में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है इसके बारे में पूरी जानकारी के लिए हमारा यह आर्टिकल है। इसे जरूर पढ़ें – click
स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिलेबस
AI Study in School आपकी जानकारी के लिए बता जाए कि भारत के सभी स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई कराई जाएगी। इसके लिए फ्रेमवर्क तैयार कर लिया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय जल्द ही अगले सत्र में इसे लागू कर सकता है।
आपको बता दे कि अभी कुछ समय पहले यूजीसी ने पूरे भारत के विश्वविद्यालय में AI की पढ़ाई शुरू करने का सर्कुलर जारी किया था। अब इसके साथ अगला चरण है कि देश के स्कूली शिक्षा प्रणाली में भी इसे शामिल किया जाएगा। आईटीआई स्टूडेंट को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई उनके सिलेबस में शुरू कर दी गई है।
स्कूल और कॉलेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई का फ्रेमवर्क तैयार
स्कूल का हर बच्चा-बच्चा नए पाठ्यक्रम के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग प्रोग्राम सीख कर अपने करियर को नया आयाम दे सकता है। जानकारी के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एजुकेशन सिस्टम में AI को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए एक रिपोर्ट बनाई थी। इस रिपोर्ट पर नजर डालें तो इस रिपोर्ट पर नजर डाले तो इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अलग-अलग सिलेबस और गाइडलाइन तैयार किए गए हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिलेबस किस तरह पढ़ाया जाएगा
स्कूल के और कॉलेज के पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उम्र के हिसाब से तैयार किया गया है। स्कूली बच्चों को AI के साथ मशीन लर्निंग और प्रोग्रामिंग टॉपिक भी पढ़ाई जाएंगे।
जल्दी सीबीएसई स्कूलों मैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रम शामिल हो जाएगा इसके साथ ही देशभर में इस पाठ्यक्रम को अलग-अलग बोर्ड में शामिल किया जाएगा। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर पूरी जानकारी नहीं मिल रही है लेकिन अनुमान लगाया जा सकता है कि अगले सत्र से यह पाठ्यक्रम शिक्षा प्रणाली में लागू कर दिया जाएगा।
कंप्यूटर साइंस बच्चों को पढ़ाया जाता है
हमारी शिक्षा प्रणाली में कंप्यूटर विषय बच्चों को पहले से पढ़ाया जाता है। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से संबंधित टॉपिक और सिलेबस को बच्चों के कक्षा और उम्र के हिसाब से इसमें जोड़ा जाएगा, ऐसी मीडिया खबर सामने निकलकर आ रही है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में क्या पढ़ाया जाएगा
Artificial Intelligence Syllabus: स्कूली बच्चों को कक्षा 6 से 8 तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सिलेबस में सबसे पहले AI का उपयोग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उसकी एथिक्स के बारे में पढ़ाया जाएगा।
कक्षा 9वी व 10वीं के छात्रों के लिए AI और AI टूल्स का फंडामेंटल कॉन्सेप्ट के साथ कला और संगीत में मशीन लर्निंग सिखाया जाएगा। 11वीं और 12वीं के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिलेबस में लाइब्रेरी टूल्स और फ्रेमवर्क ए बेसिक एप्लीकेशन डाटा सिक्योरिटी और प्राइवेसी जैसे सब्जेक्ट्स की पढ़ाई कराई जाएगी।
क्यों बच्चों को पढ़ाई जा रही है AI कोर्स
आपको न्यू अपडेट देते हुए बता दे की इंजीनियरिंग और आईआईटी के छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई कर रहे हैं। जब छात्र स्कूलों से इसके बारे में पाठ्यक्रम में पढ़ कर अपना करियर आईआईटी और दूसरे क्षेत्र में बनाना चाहते हैं तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यह सिलेबस (Syllabus of AI) उनके लिए कारगर साबित होगा।
Syllabus of AI Leaning in School
बेसिक फंडामेंटल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अग्लॉथीज्म मशीन लर्निंग डीप लर्निंग और डाटा एनालिटिक्स जैसे विषयों की पढ़ाई इंजीनियरिंग में स्टूडेंट आसानी से पढ़ सकेंगे। लगातार बढ़ रही टेक्नोलॉजी से अपडेट होते हुए स्टूडेंट ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में अपना करियर बनाकर अपना सुनहरा भविष्य बना सकते हैं।
Artificial Intelligence में 10 Lakh नौकरियां
अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट की माने तो अभी एक सर्वे जो की नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनी की है उसके अनुसार 2024 में देशभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा साइंस प्रोफेशनल की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है।
नए रोजगार (new job in AI Study) की संभावना इस क्षेत्र में इतनी तेजी से बढ़ रही की आने वाले समय में 10 लाख से अधिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से प्रोफेशनल्स की आवश्यकता होगी, जो आगे चलकर और तेजी से बढ़ेगी।
इसलिए स्कूली स्तर और ITI स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को पाठ्यक्रम (Syllabus of AI) शामिल किया गया है। भारतीय बच्चों को इस काबिल बनाया जाएगा कि वह तकनीकी क्षेत्र में अपना सुनहरा भविष्य बना सके।
क्या Non IIT से जुड़े लोगों को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पढ़ाया जाएगा?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्षेत्र बहुत ही बड़ा है इसमें करियर बनाकर लाखों रुपए आसानी से कमाए जा सकते हैं। जैसा कि स्कूली पाठ्यक्रम में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग कोर्स शामिल किया जा रहा है।
स्कूल और कॉलेज में आई कोर्स को अनिवार्य कर दिया जाएगा।
नॉन आईटीआई बैकग्राउंड के लोग भी इस कोर्स को कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा बहुत बड़ा है इसमें साइंस और आर्ट कॉमर्स सभी विषय के विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं। इसे सभी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य किया जाएगा।