सपनों से सोना खोजा जा रहा है। सरकार के नुमाईंदे भी सपने के आधार पर खजाना पाने की सोच रहे वाकय यह सब इंडिया में ही हो सकता है। साधू के सपने के आधार पर पुरातत्व विभाग ने जांच की तो पाया की वहां अचुम्बकीय को धातु है शायद सोना ही हो, ऐसी पुरातत्विक खनन कई बार पुरातत्व विभाग ने की है लेकिन इतनी पब्लिसिटी शायद ही मिली है। मीडिया कहती है कि सपने के आधार पर मंत्री का बयान के कारण ही अचंभे वाली बात को कवरेज दिया जा रहा है तो पुरातत्व विभाग जांच के बाद किसी तरह की धातु होने के कारण खुदाई कर रही है सपने के कारण नहीं। बात तो हम लोगों को समझ में आ रही है कि किस तरह अंधविश्वास को दूर करने के लिए सरकार करोड़ों रूपये की योजना चलाती हैं और शिक्षा विज्ञान की जागरूकता का कार्यक्रम चलाती है जबकि सरकार यहां पर स्वयं अंधविश्वास फैला रही है। सब कहीं धर्म की तरफ ध्यान हटाकर वोट बैंक की राजनीति तो उत्तर प्रदेश में तो नहीं हो रही है। हमारे आस्था और धर्म के साथ कई कथित संत वैसे भी खेल चुके हैं और सभी पार्टियां धर्म के नाम पर फिर हमें गुमराह कर रहे है। पश्चिम हम पर हंस रहा है और हमारा विज्ञान,अध्यात्म और संस्कृति का मजाक बन रहा है। ये इंडिया है। यहां कुछ भी अचंभा हो सकता है।