Labour day slogan मजदूर दिवस पर महत्वपूर्ण जानकारी

श्रम दिवस (मजदूर दिवस) पर slogan नारा

Last Updated on April 27, 2024 by Abhishek pandey

Labour day slogan अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस 1 मई को मनाया जाता है। ‌ शोषण और अत्याचार के खिलाफ मजदूर एक हो गए तो उन्हें उचित मजदूरी और 8 घंटे काम का अधिकार मिला। नहीं तो इससे पहले मजदूरों को, कामगारों को उचित, वेतन, मजदूरी और मान सम्मान नहीं मिलता था। Labour day slogan in Hindi. मजदूर दिवस जिसे कमगार दिवस भी कह सकते है। हर इंसान काम करता है, वह कामगार है। चाहे वह वेतन पर काम करता है या चाहे वह हर दिन की मजदूरी पर काम करता है। आइए आज कामगार मजदूरों पर स्लोगन और कविता पढ़ें—

अब मजदूर मजबूर नहीं है दोस्तों नया जमाना आया, इनके जीवन को अधिकार दिलाने लोकतंत्र आया।

मेहनती इंसान का करो सम्मान, क्योंकि इनकी मेंहनत ही है इनका ईमान। श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई!

हर कामगार का करो सम्मान, क्योंकि इनकी मेहनत से तरक्की करता है हिंदुस्तान।

मजदूर दिवस पर जानकारियां पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Labour day slogan in Hindi update new

जागो कामगारों, अपने हक की आवाज उठाओ,
श्रम का सम्मान करना उस पूंजीवादी सभ्यता को सिखाओ।


मजदूर दिवस पर नारा (Slogans on Labour Day in Hindi) पर हम आपको slogan दे रहे हैं। मजदूर दिवस के अवसर पर इस स्लोगन का प्रयोग आप कर सकते हैं और लोगों को जागरूक कर सकते हैं। अपने स्कूल कॉलेज में भाषण के समय इन स्लोगन को बोलकर या पोस्टर बनाकर भी इसका उपयोग कर सकते हैं। ढेर सारा स्लोगन और नारा हिंदी विषय में यहां पर प्रस्तुत कर रहे हैं आशा है कि यह आपके लिए लाभकारी है। मजदूर दिवस से जुड़े भाषण, निबंध में labour day slogan बोलने और लिखने से भाषण निबंध प्रभावशाली होता है।

See also  Patra Lekhan Class 10 CBSE Board Exam  Preparation 2024

कामगार दिवस लेबर डे पर शानदार कविता

देश की तरक्की का मान है।
मजदूर कामगार देश की शान है।
देश की नींव मजबूत करता
पाठशाला अस्पताल बैंक बनाता
शिक्षा जिस छत तले मिलती
मजदूर उसे अपने पसीने से बनाता।
अस्पाताल की हर दीवारों पर
उसकी मेहनत की छाप है
जी हां मजदूर मेहनतकश बैंक बनाता
निर्माण की नींव रखता
दोस्तों मजदूर धूप, बारिश, सर्दी में छुट्टी नहीं लेता
जी हां मजदूर देश को अपना श्रम देता
बदले में बड़ा कम लेता
आओं काम करने वाले हर कामगार का सम्मान करें
आओ ​आर्थिक असमानता को मिटाये
सबको गले लगाये।

“मेहनत करने वाला, सबसे हिम्मतवाला

मेहनत से नहीं घबराता मान सम्मान से जीता

श्रमिक कहलाता।”

‘शोषण करने वाले को सबक सिखाएं,

आओ मजदूरों को उनका हक दिलाएं।

शोषण करने वाले को सबक सिखाएं, आओ मजदूरों को उनका हक दिलाएं।

मजदूर दिवस पर कविता
हर एक मजदूर रचता इतिहास,

newgyan.com

labour day kavita

मजदूर अपना कर्म जरूर करता है
इसलिए खुद पर गुरुर है
चोरी नहीं करता कमाकर खाता है
इसलिए खुद पर गुरुर है
ईमानदारी सदा करता है
इसलिए खुद पर गुरुर है
क्योंकि वह एक मजदूर है ।

मजदूर हूं मजदूर हूं
क्योंकि मजबूर हूं
कमाता भी हूं
खिलाता भी हूं
फिर भी लोगों की नजरों में क्यों दूर हूं
क्योंकि मैं एक मजदूर हूं।

मजदूर दिवस पर नई कविता 2024

कर्म है महान, श्रम की महत्ता का बखान।
कर्म ही पूजा, हमारी संस्कृति की पहचान।।
कर्म से बनता जीवन महान, गीता का ज्ञान।
आओ वंदना करें श्रमिकों की, ये भारत की पहचान।।
श्रम है महान
कर्म करते कामगार कहलाते
बड़े-बड़े भवन बनाते, बड़ी कंपनियां चलाते,
दिमाग और भुजाओं के बल से
नदियों पर पुल बनता
अंबर को छूती इमारतें
आओ इनकी बात जाने हम
दुनिया में सबसे महान श्रम।

See also  Email lekhan कैसे करें cbse class 10, 9 Email writing in hindi

मेहनत करता, पसीना बहता
सागर का सीना चीर, ट्रेन उस में चलता
श्रम का उपकार नहीं भूलना
पहाड़ काटकर रास्ता बनाया
दशरथ माँझी नाम कमाया।।


श्रमिक बनाता स्कूल और अस्पताल
फिर श्रमिकों का क्यों है बुरा हाल?
मेहनत की रोटी मिलती इतनी कम,
अपने बच्चों को पढ़ा नहीं सकता, ये गम।
स्कूलों की नींव में भरा अपना श्रम,
नहीं इलाज करवा पाते उन अस्पतालों में
जिसे बनाया पसीना बहा के।
बुरे दौर में आज है श्रमिक
इनके मेहनत का मिले हक
इनके बच्चों को भी मिले अच्छी शिक्षा, अच्छा घर।
आओ मेहनतकश श्रमिकों का करें सम्मान,
उन्हें भी मिले इस धरा का सुख और मान
आओ धन-संपदा से इनके घर को भर दें,
इन्हें सही मजदूरी दे, इन्हें सही वेतन दें।
तभी है सच्चे कामगार की सम्मान
यही कहता है हमारा संविधान।
मेहनतकश को मिले सभी सुविधाएं,
सड़क, पानी, सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य उनका भी हक।

labour Day short poetry in Hindi

मेहनतकश मेहनत करते, धरती को सुंदर बनाते।

किसान-मजदूर-कामगार धरती की शान कहलाते।।

मुश्किल से मुश्किल काम धरती के अंदर से सोना निकालता, कोयला खोदता।

हर मुश्किल हालात को टक्कर देता कभी नहीं घबराता। ‌‌‌।

ठंडी गर्मी हो, बरसात, मेहनत है इनका काम

2 जून की रोटी मिल जाती बस थोड़ा सा आराम।।

सारे काम करते ये कामगार- श्रमिक

हजारों साल की संस्कृति में वंचित रहा हक।।

सच्चे संवेदनशील इंसान होने का फर्ज निभाएं।

कामगार दिवस का उपहार इनके लिए,

आओ इनकी वेतन मजदूरी को बढ़ाएं।

See also  drishya lekhan kaksha11 mein mera pahla din

Author Profile

Rinki pandey
रिंकी पांडेय पिछले 5 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में राजनीति के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार प्रकट करती रही हैं। एक कुशल गृहिणी होने के साथ ही राजनीति की रिपोर्ट और खबरे में भी रुचि रखती हैं। अपने विचारों से अवगत कराने के लिए लिखना भी शुरू किया है। उनके विचार आम भारतीय के विचार भी हैं जो एक नए नजरिए समाज को प्रदान करता है। ‌ आपके लेखन को खूब पसंद किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी में बेस्ट करियर ऑप्शन, टिप्स CBSE Board Exam tips 2024 एग्जाम की तैयारी कैसे करें, मिलेगा 99% अंक